CBSE बोर्ड परीक्षा 2021: संसदीय समिति ने शिक्षा मंत्रालय को सुझाव दिया, 10 वीं -12 वीं परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को दिया जाने वाला "बड़ा प्रश्न बैंक"
CBSE 10वीं-12वीं की परीक्षा की तैयारियों के लिए एक संसदीय समिति ने शिक्षा मंत्रालय को सलाह दी कि बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में स्टूडेंट्स को “बिग क्वेश्चन बैंक” दिया जाना चाहिए। समिति यह सुझाव कोरोना वायरस महामारी के चलते अधूरी रह गई पढ़ाई की भरपाई करने के मकसद से दिया। इस बार CBSE बोर्ड परीक्षा 4 मई से 10 जून तक आयोजित होगी।
समिति के अधिकारियों ने दी महामारी के प्रभावों की जानकारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना महामारी के वजह से स्कूली शिक्षा पर जो प्रभाव हुए है उसके बारे में संसदीय समिति के अधिकारियों ने डिसकस किया और बताया कि इस शैक्षणिक सत्र में आपदा के चलते बड़ा ‘लर्निंग गैप’ हो सकता है। इस महामारी के चलते सभी स्टूडेट्स ऑनलाइन क्लासे को फायदा नहीं ले पाएं। उसके कई कारन हो सकते है जैसे इंटरनेट और जरूरी डिवाइस की कमी के चलते अधिकतर निर्धन परिवारों से सम्बन्धित स्टूडेंट्स ऑनलाइन लर्निंग से वंचित रहे।
ऑनलाइन क्लासेस की व्यावहारिकता पर उठाएं सवाल
समिति के अध्यक्ष और भाजपा सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि मंत्रालय को विज्ञापन और अन्य माध्यमों से दूरदर्शन-आकाशवाणी पर विभिन्न विषयों के प्रसारण को बढ़ावा देना चाहिए था। यही नहीं, बीजेपी सांसद ने दूरदर्शन और आकाशवाणी को इंटरनेट से ज्यादा किफायती बताया। उन्होंने कहा कि इन दोनों माध्यमों की देश में व्यापक पहुंच है।
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